अभिनेता विकास सेठी का Heart Attack से निधन,हार्ट अटैक (हृदय घात) के लक्षण और बचाव

अभिनेता विकास सेठी का Heart Attack से निधन,हार्ट अटैक (हृदय घात) के लक्षण और बचाव

टीवी शो “क्योंकि सास भी कभी बहू थी”, “कहीं तो होगा” और “ससुराल सिमर का” के मशहूर अभिनेता विकास सेठी का शनिवार रात दिल का दौरा पड़ने से नासिक में निधन हो गया। वह 48 साल के थे।

उनकी पत्नी जाह्नवी सेठी ने बताया कि विकास को नासिक में उल्टी और दस्त की शिकायत थी, लेकिन वह अस्पताल नहीं जाना चाहते थे। अगली सुबह जब जाह्नवी उन्हें उठाने गईं, तो वह नहीं रहे। डॉक्टर ने बताया कि उनकी नींद में ही दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई।विकास सेठी का अंतिम संस्कार सोमवार को मुंबई में होगा। उनके परिवार में पत्नी और जुड़वां बेटे हैं।
हार्ट अटैक (हृदय घात) के लक्षणों को समझना बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये किसी भी समय अचानक हो सकते हैं और सही समय पर इलाज ना मिलने पर गंभीर स्थिति उत्पन्न कर सकते हैं। आइए हर एक लक्षण को विस्तार से समझते हैं:

“>credit:World Health Organization (WHO)

1. छाती में दर्द या असहजता (Chest Pain या Discomfort)
यह हार्ट अटैक का सबसे आम और प्रमुख लक्षण है। आपको ऐसा महसूस हो सकता है जैसे कोई भारी चीज आपकी छाती पर रख दी गई हो या आपकी छाती को कसकर दबाया जा रहा हो। यह दर्द छाती के बीच में शुरू होता है और कई बार गर्दन, जबड़े, कंधे, या बांहों तक फैल सकता है। यह दर्द कुछ मिनटों तक रह सकता है या रुक-रुक कर आ सकता है। कई बार इसे गैस या अपच का दर्द समझ लिया जाता है, लेकिन यह गंभीर हो सकता है।

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2. बांहों, गर्दन, पीठ, जबड़े, या पेट में दर्द
हार्ट अटैक का दर्द सिर्फ छाती तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह शरीर के अन्य हिस्सों में भी महसूस हो सकता है। खासकर बाईं बांह में दर्द होना हार्ट अटैक का एक सामान्य लक्षण है। यह दर्द पीठ, गर्दन, जबड़े या पेट तक भी जा सकता है, और इसे अक्सर मांसपेशियों का खिंचाव या सामान्य दर्द समझकर नजरअंदाज कर दिया जाता है।

3. सांस लेने में दिक्कत (Shortness of Breath)
सांस लेने में अचानक कठिनाई होना भी हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है। यह खासकर तब होता है जब दिल शरीर में ठीक से खून पंप नहीं कर पाता, जिससे फेफड़ों और अन्य अंगों तक ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी हो जाती है। सांस की कमी कई बार छाती के दर्द के साथ होती है, लेकिन यह अकेले भी हो सकती है, जिससे लगता है जैसे कोई भारी काम किए बिना भी आप थक गए हों।

“>credit:Dr SHRADDHEY KATIYAR

4. ठंडा पसीना (Cold Sweat)
अगर आपको बिना किसी वजह से अचानक ठंडा पसीना आ रहा है, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। यह शरीर के अंदर हो रही असामान्य गतिविधि का संकेत हो सकता है, खासकर जब यह अन्य लक्षणों के साथ हो। शरीर की स्वाभाविक प्रतिक्रिया के रूप में ठंडा पसीना तब आता है जब दिल को पर्याप्त खून नहीं मिल पाता।

5. चक्कर आना या कमजोरी महसूस होना (Dizziness or Lightheadedness)
हार्ट अटैक के दौरान आपको अचानक चक्कर आने लग सकते हैं या बेहोशी महसूस हो सकती है। यह खून के प्रवाह में रुकावट के कारण मस्तिष्क तक ऑक्सीजन की कमी से होता है। अगर बिना किसी वजह के आपको अचानक कमजोरी या चक्कर आने लगे, तो यह दिल की समस्या का संकेत हो सकता है।

6. जी मिचलाना या उल्टी (Nausea or Vomiting)
कुछ लोगों को हार्ट अटैक के दौरान पेट में असामान्य परेशानी, जी मिचलाना, या उल्टी का अनुभव हो सकता है। यह लक्षण विशेष रूप से महिलाओं में देखा गया है, और इसे अक्सर पेट की गड़बड़ी या गैस्ट्रिक समस्या समझ लिया जाता है।

7. थकान (Fatigue)
अगर आप बिना किसी कारण के अत्यधिक थकान महसूस कर रहे हैं, तो यह हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है। यह लक्षण खासतौर पर महिलाओं में अधिक देखा जाता है। यह तब होता है जब आपका दिल ठीक से खून पंप नहीं कर पाता, जिससे शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होती है। ऐसी थकान सामान्य दिनचर्या के काम करने में भी असामान्य रूप से बाधा डाल सकती है।

हार्ट अटैक के समय क्या करना चाहिए?
अगर आप या कोई अन्य इन लक्षणों का अनुभव कर रहा है, तो तुरंत चिकित्सीय मदद लें। समय पर सही उपचार से जान बचाई जा सकती है।
हार्ट अटैक से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण आदतें और जीवनशैली में बदलाव करना जरूरी है। यहाँ कुछ मुख्य उपाय दिए गए हैं:

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1. स्वस्थ खान-पान (Healthy Diet)
फल और सब्जियाँ: इन्हें अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं, क्योंकि इनमें फाइबर, विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं।
नमक और चीनी का कम सेवन: ज्यादा नमक और चीनी का सेवन हार्ट पर दबाव डाल सकता है।
तैलीय और फैटी चीज़ों से बचें: सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट दिल की बीमारियों का जोखिम बढ़ाते हैं, इसलिए इनसे परहेज करें।
2. नियमित व्यायाम (Regular Exercise)
हर दिन कम से कम 30 मिनट का हल्का व्यायाम, जैसे तेज़ चलना, योग या साइकिल चलाना, दिल को मजबूत रखता है।
शारीरिक रूप से सक्रिय रहने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है।

“>credit:World Health Organization (WHO)

3. धूम्रपान और शराब से परहेज (Avoid Smoking and Alcohol)
धूम्रपान दिल के लिए बहुत हानिकारक है। यह धमनियों को सिकुड़ने का कारण बनता है और दिल का दौरा पड़ने का जोखिम बढ़ाता है।
शराब का सेवन कम या बिल्कुल ना करें। अधिक शराब पीने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।

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4. वजन नियंत्रित रखें (Maintain a Healthy Weight)
अधिक वजन या मोटापा हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकता है। स्वस्थ वजन बनाए रखना बहुत ज़रूरी है।
संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से वजन को नियंत्रित रखें।


5. तनाव को कम करें (Manage Stress)
अत्यधिक तनाव भी दिल की बीमारियों का कारण हो सकता है। इसके लिए योग, मेडिटेशन या ध्यान का सहारा लें।
गहरी साँसें लेने की तकनीक या संगीत सुनने से भी तनाव कम किया जा सकता है।
6. ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की नियमित जांच (Regular Check-ups)
समय-समय पर अपना ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल जांचते रहें। इन्हें नियंत्रित रखना हार्ट अटैक से बचने में मदद करता है।

“>credit:World Health Organization

7. पर्याप्त नींद लें (Get Enough Sleep)
अच्छी और पूरी नींद दिल को स्वस्थ रखने में मदद करती है। कोशिश करें कि आप हर दिन 7-8 घंटे की नींद लें।
इन उपायों को अपनाकर आप दिल को स्वस्थ रख सकते हैं और हार्ट अटैक का खतरा कम कर सकते हैं।

 

arya@newztab

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